Contributed by – Healthians Team

ख़राब शारीरिक मुद्रा या पोस्चर हमारे जीवन की सच्चाई बन गया है। हमारे आस पास लगभग हर किसी की गर्दन झुकी हुई है और कमर और जोड़ों में दर्द है। यह इतना आम हो गया है की किसी का ध्यान इस बात पर नहीं जा रहा की अगर हम अपना पोस्चर सुधार ले तो ऐसी कई बिमारियों से बच सकते है। अगर आप अपने पोस्चर के बारे में जानना चाहते है तो यह करें:

एक दीवार के पास खड़े हो जाये। इस तरह खड़े हुए की आपका सिर, कंधे और कूल्हे दीवार को छूए। अपनी एड़ी को दीवार से 6 इंच दूर रखें। अब किसी की मदद से दीवार और अपनी गर्दन के बीच का अंतर को नापे। साथ ही अपनी कमर और दीवार के बीच के अंतर को भी नापे। यह दोनों अंतर 2 इंच से ज़्यादा नहीं होने चाहिए। अगर यह 2 इंच से ज़्यादा है तो आपका पोस्चर ख़राब है। 

अब जब आपको अपने पोस्चर के बारे में पता है तो आपके लिए यह भी जानना ज़रूरी है की एक अच्छे पोस्चर से आपको क्या स्वास्थ्य लाभ हो सकते है। साथ ही हम इस बारे में भी चर्चा करेंगे की कैसे अपने पोस्चर को सुधारा जाये। 

Correct posture - Healthians

अच्छे आसन के लाभ

ख़राब पोस्चर मांसपेशियों के कसने, लम्बा होने या कमज़ोर होने का परिणाम होता है। यह विभिन्न कारकों के वजह से हो सकता है। तनाव और व्यवसाय भी एक वजह है। यदि आप अपने दिन का ज़्यादातर समय एक कुर्सी पर बैठे हुए निकालते है या आप तनाव में रहते है तो आपका पोस्चर ख़राब होने की सम्भावना अधिक है। एक अच्छा पोस्चर आपको सिर्फ अच्छा दिखने में ही मदद नहीं करता है बल्कि अच्छा महसूस करने में भी मदद करता है। अच्छे पोस्चर के स्वास्थ्य लाभ निम्नलिखित है:

अच्छा रक्त प्रसार

ख़राब पोस्चर के कारण महत्वपूर्ण अंग दब जाते है जिसकी वजह से वह सही से कार्य नहीं कर पाते है। अगर पोस्चर सही होगा तो रक्त संचरण अच्छा बना रहता है जिससे अंग भी अच्छा काम करते है। 

बेहतर पाचन

ख़राब पोस्चर से पेट के अंगो के कार्य में रूकावट आ सकती है। दबाव पड़ने के कारण पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकती है। एक अच्छा पोस्चर आपको इन सभी बीमारियों से बचा सकता है और अच्छा पाचन बनाये रखने में भी मदद करता है।

मांसपेंशियों और जोड़ो के दर्द से बचाव

एक अच्छे पोस्चर से हमारे जोड़ों और मांसपेशियों में किसी भी तरह का दबाव नहीं पड़ता है। इससे मांसपेशियां और अच्छी तरह काम करती है और शरीर की ऊर्जा भी कम इस्तेमाल होती है।

रीढ़ की हड्डी की मज़बूती

अनुचित मुद्रा रीढ़ पर दबाव डालती है। समय के साथ, यह इसे स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। एक उचित पोस्चर के साथ आप इन नुकसानों से बचने में सक्षम होंगे और रीढ़ की ताकत बनाए रखेंगे। यह उस पर कम दबाव सुनिश्चित करेगा। साथ ही यह शरीर के उचित संतुलन को भी बनाए रखेगा।

आपको सकारात्मक बनाता है

आपका मूड आपके पोस्चर को प्रभावित करता है। अगर आप अच्छे पोस्चर में बैठेंगें तो यह आपको सकारात्मक और आत्मविश्वासी महसूस करने में मदद करेगा। इससे आप अपने कार्य भी अच्छी तरह से निभा पाएंगे।

How to correct posture - Healthians

अच्छा पोस्चर कैसे प्राप्त करें?

अब जब आपको अच्छे पोस्चर के लाभों के बारे में पता है तो आपके मन में अगला सवाल होगा की कैसे पोस्चर को ठीक किया जाये। यदि आप सोच रहे है की आपको किन बातों का ध्यान रखना है तो नीचे कुछ बातें दी गयी है जो आपको आपका पोस्चर ठीक करने में मदद करेंगी।

खड़े होते समय सही पोस्चर 

अगर आप सीधे खड़े होते हैं तो आप अधिक आत्मविश्वासी और खुश दीखते है। सीधा खड़ा होने से आप अपने मूड को भी सकारात्मक बना सकते है। खड़े होते समय अपना पोस्चर सही करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

  • आपका वज़न आपके दोनों पैरों पर समान रूप से वितरित होना चाहिए। इससे आपको अपना संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। यदि आप एक मामूली धक्के से भी संतुलन खो देते हैं तो यह वज़न के असमान वितरण का सूचक है।
  • आपके कान, कंधे, कूल्हे, घुटने और टखनों को संरेखितरहना चाहिए। इनमें से कोई भी संरेखण से बाहर नहीं होना चाहिए। और इस संरेखण को प्राप्त करते समय आपकी मांसपेशियों में कोई तनाव नहीं होना चाहिए।
  • आपके बाएं और दाएं कंधे और कूल्हे की हड्डियों को समान रूप से संरेखित होना चाहिए। इसके अलावा, आपकी ठोड़ी जमीन के समानांतर होनी चाहिए।

बैठते समय सही पोस्चर 

आजकल हमारा अधिक समय कंप्यूटर के सामने एक कुर्सी पर बैठे हुए ही निकलता है। यह हमारे ख़राब पोस्चर का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए अगर हम बैठते हुए अपना पोस्चर सही रखें तो ख़राब पोस्चर से जुड़ी हुई कई बीमारियों को दूर कर सकेंंगे। ऐसा करने के लिए इन बातो का खास ख्याल रखें:

  • कान और कंधे हमेशा एक लाइन में होने चाहिए।
  • पीठ झुकी हुई नहीं होनी चाहिए और साथ ही पीठ को सीधा रखते समय मांसपेशियों पर ज़ोर नहीं पड़ना चाहिए। 
  • पैरों को फर्श पर सपाट रखना चाहिए। पैरों को क्रॉस नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे जोड़ों पर दबाव पड़ेगा।
  • कूल्हों, घुटनों और कोहनी का झुकाव 90 डिग्री पर होना चाहिए।

एक अच्छा पोस्चर आपको न सिर्फ  बीमारियों से बचाएगा बल्कि यह आपको जवान और आत्मविश्वाशी भी बनाएगा। कुछ दिन अपना पोस्चर सही बनाये रखने का सचेत प्रयास करें और आप खुद ही अपने अंदर बदलाव मेहसूस करने लगेंगे।

(इस आर्टिकल को इंग्लिश में पढ़ें)