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आजकल बहुत से खिलाड़ी वीगन डाइट को अपना रहे हैं। और उन सभी का कहना है कि वीगन डाइट से उन्हें कई फाएदे हुए हैं। उन्होंने मैदान पर बेहतर प्रदर्शन अनुभव किया और अपनी सेहत में भी सुधार महसूस किया। लेकिन अक्सर वीगन डाइट का पालन करने वालो से यह सवाल किया जाता है कि वह अपनी प्रोटीन की आवश्यकताएँ कैसे पूरी करते है। अगर वास्तव में वीगन डाइट में प्रोटीन की कमी है तो सभी खिलाड़ी उससे कैसे लाभान्वित हो रहे है? और अगर खिलाड़ियों को इस डाइट से फाएदा हो सकता है तो क्या यह डाइट हमारे जैसे पेशेवरों को भी फाएदा पहुँचा सकती है? 

क्या वीगन डाइट प्रोटीन की आवश्यकताएँ पूरी कर सकती है?

हमेशा से यही माना जाता है कि डेयरी, चिकन, मांस और मछली जैसे पशु-आधारित खाद्य उत्पादों में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है और केवल वे ही हमारी प्रोटीन आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। लेकिन आर.डी.ए. के अनुसार हमें शरीर के प्रति किलोग्राम वज़न के लिए 0.8 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। उदहारण के लिए, अगर आपका वज़न 65 किलोग्राम है तो आपको हर दिन 52 ग्राम प्रोटीन की ज़रूरत है। पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ जैसे दाल, सोयाबीन, राजमा और टोफू के प्रति कप में 12 से 18 ग्राम प्रोटीन होता है। तो यदि आपके आहार में पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों का अच्छा मिश्रण है, तो आपको प्रोटीन की कमी से जुड़ी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। 

Vegan diet for athletes - Healthians

क्यों खिलाड़ी वीगन डाइट को अपना रहे है?

विराट कोहली ने हाल ही में वीगन डाइट को अपनाया और उनका कहना है कि वह पहले से ज़्यादा स्वस्थ महसूस कर रहे है। उनके अलावा वीनस विलियम्स (टेनिस प्लेयर), लुईस हैमिल्टन (फॉर्मूला 1 रेसिंग ड्राइवर), स्कॉट जुरेक (लोंग-डिस्टेंस रनर), जर्मेन डेफो ​​(फुटबॉलर), डेविड हाय (बॉक्सर), केंड्रिक याहब फारिस (वेइटलिफ्टर) और बहुत से और खिलाड़ियों ने वीगन डाइट को अपनाया है। उन सभी को इस डाइट से फाएदा हुआ है। 

अगर आप सोच रहे है कि खिलाड़ियों को प्रोटीन से भरपूर पशु-आधारित डाइट के बजाए पौधो पर आधारित वीगन डाइट से क्यों फाएदा हो रहा है तो इसका उत्तर एंडोथेलाइल फंक्शन है। एंडोथीलियम रक्त वाहिकाओं और ह्रदय के अंदरूनी हिस्सों में होता है। यह रक्तप्रवाह में होने वाले संक्रमण को नियंत्रित करता है। साथ ही यह रक्त के थक्के, सूजन और रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है। विभिन्न शोधों से पता चला है कि पशु-आधारित आहार एंडोथेलाइल डिसफंक्शन का कारण बनता है।  इसका मतलब यह है कि जब कोई मांस आधारित आहार का सेवन करता है, तो रक्त वाहिकाओं के अंदर की एंडोथेलियल परत फैल जाती है। यह हृदय और शरीर के अन्य भागों में रक्त और ऑक्सीजन के प्रवाह को बाधित करता है। इस कारण वे अपनी पूरी क्षमता से कार्य नहीं कर पाते हैं। वही दूसरी ओर, पौधे पर आधारित आहार का धमनियों के अंदर एंडोथेलाइल परत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है जिससे रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर रहता है और इसलिए, हृदय और शरीर बेहतर काम करते है। 

यही कारण है कि सभी खिलाड़ियों को वीगन डाइट से फाएदा हुआ और वह मैदान पर अपने प्रदर्शन को सुधारने में सक्षम रहे। अगर खिलाड़ियों को इससे फाएदा महसूस हुआ है तो आप भी इस डाइट को अधिक सक्रीय और ऊर्जावान महसूस करने के लिए आज़मा सकते है। 

Benefits of vegan diet - Healthians

वीगन डाइट के अन्य लाभ 

आपको अधिक ऊर्जावान बनाती है

सक्रिय रहने के लिए हमारे शरीर को कार्ब्स और ग्लूकोज की आवश्यकता होती है। और पौधे पर आधारित आहार दोनों में समृद्ध है। जिस डाइट में कार्ब्स कम होते है या फैट ज़्यादा होता है वह डाइट आपको आलसी बना सकती है। इसलिए ऊर्जावान महसूस करने के लिए कार्ब्स से भरपूर पौधे पर आधारित आहार एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 

सूजन को कम करती है

पौधे पर आधारित भोजन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है और वहीँ दूसरी ओर पशु-आधारित भोजन में इनकी कमी होती है। हमें इन सूजन-रोधी यौगिकों की आवश्यकता होती है क्योंकि सूजन चोटों के लिए हमारे शरीर की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है और यदि इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाता है, तो यह उपचार प्रक्रिया को धीमा कर सकती है। लेकिन एक पौधे पर आधारित आहार आपको इस सूजन से निपटने और जल्द से जल्द ठीक करने में मदद कर सकता है।

बीमारियों को दूर रखती है

क्यूंकि पौधे पर आधारित भोजन में कोलेस्ट्रॉल, फैट और शुगर की कमी होती है इसलिए मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय के रोगों जैसी बीमारियां होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इन खाद्य पदार्थों द्वारा प्रचारित रक्त प्रवाह भी आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करेगा। इसके अलावा, पौधे पर आधारित खाद्य पदार्थ कैंसर और मोटापे की संभावना को कम करने के लिए भी जाने जाते हैं।

ऐसा ज़रूरी नहीं कि जो डाइट आपके दोस्त को फाएदा पहुँचा रही है वह आपके लिए भी फाएदेमंद हो। इसलिए अपने जीवन में कोई बड़े बदलाव को लाने से पहले हेल्थ चेकउप करवा कर सुनिश्चित करें की आपको उससे कोई नुकसान नहीं है। 

(इस आर्टिकल को इंग्लिश में पढ़ें)