लेखिका – डॉ पूजा चौधरी
माँ का हाथ साफ़ रखने कि हिदायत देना, हाथ न धोने पर डाँटना और ऐसी कई यादें हम सभी के बचपन से जुड़ी हैं। आखिर हाथ धोना इतना ज़रूरी क्यों हैं? हाथ न धोने से क्या नुकसान हैं? आज जानते हैं इन सभी बातों के जबाब।
क्या आपको पता हैं कि रोज़ाना हाथ धोने से हम कितनी बिमारियों और कीटाणुओं को अपने से दूर रख सकतें हैं? या फिर हम दूसरे शब्दों में यह कह सकतें हैं कि असली स्वच्छता कि शुरुआत अपने हाथों को साफ़ रखने से शुरू होती हैं। हाथ धोकर आप किसी और का नहीं बल्कि खुद का ख्याल रखतें हैं और कई बिमारियों को अपने से कोसों दूर रखतें हैं। कई अध्ययनों से यह बात साबित हुई हैं कि अधिकतर संक्रमणीय बीमारियाँ हाथों के स्पर्श से फैलती हैं। इसलिए कई बीमारियों को साबुन और साफ पानी से हाथ धोकर दूर रखा जा सकता है।
अब आप और देरी किये बिना हाथों को साफ़ रखने और उसे धोने से जुडी सारी बातें जाने ताकि आप खुद यह तय कर सकें कि हाथों को कब, कितना और क्यों साफ़ रखना ज़रूरी हैं।
हाथ धोना महत्वपूर्ण क्यों है ?
यह काफी आम सवाल हैं जो हम अक्सर पूंछते हैं। वैसे तो हम सभी को पता हैं कि हाथ धोने से सफाई और स्वास्थय का ख्याल रखना संभव हैं परन्तु आईयें इससे जुड़ें और कई महत्त्वपूर्ण वजहों के बारें में जाने।
- प्रदूषित हाथों से भोजन को छूने से साल्मोनेला, ई कोलाई, दस्त जैसे संक्रामक बीमारियां फैलती हैं
- दूषित हाथों से हमारे चेहरे को छूने से निमोनिया, ठण्ड और फ्लू जैसी बीमारियाँ फैलती हैं
- उचित हाथ धोने से दस्त की दर कम हो सकती है (बचपन में मौत का दूसरा सबसे आम कारण)
- यूनिसेफ के अनुसार उचित हाथ धोने से 30% तक साँस से जुडी संक्रमण की दर कम हो सकती है
तो देखा अपने कि बस हाथ न धोने से कितनी परेशानी हो सकती हैं। संक्रमण और हमारे हाथों के बीच गहरा रिश्ता हैं इसलियें अपने हाथों को साफ़ रखना बहुत ज़रूरी हैं। ऐसे ही कुछ और बातें नीचे दी गयी हैं जो हाथों को धोने की आवश्यकता बतलाता हैं।
- हमारे हाथों में से अधिकांश बैक्टीरिया हमारी उंगलियों और नाखूनों में मौजूद होती हैं।
- बाथरूम के उपयोग के बाद हमारी उंगलियों पर मौजूद बैक्टीरिया की संख्या अधिकतर दोगुना हो जाती है।
- अधिकांश समय लोग केवल हथेलियों को धोते हैं और बाकी सब भूल जाते हैं। पूरे हाथ की उचित स्क्रबिंग महत्वपूर्ण है।
- बैक्टीरिया कि गिनती हाथ पर अधिक होती है। दाहिने हाथ वाले लोग अपने बाएं हाथ को दाहिने हाथ की तुलना में अधिक ध्यान से धोते हैं और इसके विपरीत। ध्यान से दोनों हाथों को अच्छे से साफ़ करे। क्युकि साफ़ हाथ स्वस्थ्य आप।
- हाथों का उचित रूप से सूखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि गीले हाथ की नमी रोगों को आकर्षित करती हैं।
अगली बार जब आप अपने हाथ धो लें तो इन्हें ध्यान में रखें।
हाथ धोने की तकनीक
क्या हाथ धोने की कोई तकनीक है? हम बच्चो को हाथ धोना सिखाते हैं। पर क्या हम खुद हाथों को सही तरीकें से धोते हैं। कई कार्य जैसे कि खाना खाने, खाना पकाने, शौचालय आदि का उपयोग करने पर हाथ धोना अत्यंत ज़रूरी हैं। लेकिन क्या यह आपको सभी बीमारियों और संक्रमणों से बचाने के लिए पर्याप्त है?
दुख की बात है, नहीं! डॉक्टर साबुन से हाथ धोने के लिए कम से कम 20 सेकंड रगड़ने की सिफारिश करते हैं । इसके बाद ताजा पानी की धारा के नीचे पूरी तरह हाथ धोन चाहियें।
निम्नलिखित तकनीक से हाथ धोएं –
- हाथों को गर्म या ठंडे पानी से गीला करें।
- तरल, बार या पाउडर वाले साबुन का प्रयोग करें।
- साबुन का झाग बनाएँ।
- कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को अच्छे से रगड़ें।
- सभी सतहों को साफ़ करना महत्वपूर्ण है; इसमें आपके हाथों, कलाई, उंगलियों के बीच और यहां तक कि नाखूनों के नीचे का भाग भी ढंग से धोएं ।
- अपने हाथों को साफ तौलिया या एयर ड्रायर से पूरी तरह सूखाएँ ।
यह निश्चित रूप से पर्याप्त नहीं है! स्वस्थ जीवन के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि हमारा हाथ धोना कब जरूरी है।
किन क्रियाओं को करने से पहले हाथ धोएं :
- खाना पकाने से पहले।
- अपना खाना खाने से पहले।
- घावों का इलाज, दवा देना या बीमार या घायल व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में भी।
- आँखों मे लेंस डालने या हटाने से पहले।
- खाना पकाने के बाद, विशेष रूप से कच्चे माँस या पोल्ट्री।
- शौचालय का उपयोग या डायपर बदलने के बाद ।
- एक पशु या पशु के खिलौने व अन्य वस्तु को छूने के बाद।
- अपने हाथों में ख़ासी या छींकने के बाद।
- बीमार या घायल व्यक्ति के घावों का इलाज या देखभाल करने के बाद।
- कचरा या कुछ भी दूषित तत्त्व , कपड़े या गंदे जूते की सफाई के बाद।
- इसके अलावा जब भी वे गंदे लगते हैं या महसूस होते हैं तो हमें अपने हाथों को साफ करना चाहिए।
हाथ धोना पहला कदम है अपनी खुद की देखभाल की ओर । सिखाए, बताएँ, और अभ्यास करें।