हमारे देश में टाइफाइड एक काफी सामान्य बीमारी है। आप या आपके जानने वाले कभी न कभी इससे ज़रूर गुज़रे होंगें। लेकिन टाइफाइड के बारे में इतनी जागरूकता होने के बावजूद भी लोग इसके शिकार बन जाते है। शायद आप इस बीमारी के बारे में थोड़ा बहुत जानते हो, लेकिन यहाँ आपको टाइफाइड से जुड़ी हर ज़रूरी जानकारी मिलेगी। 

 

टाइफाइड क्या है?

टाइफाइड एक आसानी से फैलने वाला संक्रमण है जो साल्मोनेला टाइफिम्यूरियम बैक्टीरिया के कारण होता है। अगर आप इस बैक्टीरिया से दूषित खाना खाते हैं या पानी पीते है तो आपको टाइफाइड बुखार हो सकता है। यह बैक्टीरिया आपके मुँह से आपके शरीर में घुसता है और लगभाग 3 हफ्तों के लिए आंत में रहता है। इसके बाद यह आपके रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है और फिर वहाँ से आपके अन्य अंगो में फैलने लगता है। दुर्भाग्य से आपका इम्यून सिस्टम इस बैक्टीरिया पर हमला नहीं कर पाता है क्योंकि यह आपकी कोशिकाओं में रहता है जिस पर इम्यून सिस्टम हमला नहीं कर सकता है। 

 

टाइफाइड कैसे फैलता है?

टाइफाइड दूषित खाने या पानी से फैलता सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी इसके फैलने का खतरा बढ़ सकता है, फिर चाहे उस व्यक्ति में टाइफाइड के लक्षण दिख रहे हो या न दिख रहे हो।ध्यान देने वाली बात यहाँ यह है कि टाइफाइड बैक्टीरिया हफ्तों तक पानी में या सूखे मल में ज़िंदा रह सकता है।

आपको टाइफाइड बुखार हो सकता है अगर:

  • आप संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुआ गया खाना खाते है या पानी पीते है। 
  • आप जो पानी पीते है वो ऐसे मल से दूषित है जिसमें टाइफाइड बैक्टीरिया है। 
  • आप दूषित पानी से अपने फल और सब्ज़ियाँ धोते है। 

 

Typhoid symptoms - Healthians

टाइफाइड बुखार के लक्षण क्या हैं?

टाइफाइड के दो मुख्य लक्षण है जिन पर आपको ध्यान देने की ज़रूरत है – बुखार और चकत्ते। बुखार धीरे धीरे बढ़ता है और 39-40 डिग्री या 104 फ़ारेनहाइट तक पहुँचता है। और चकत्ते गुलाबी रंग के धब्बे होते है और ज़्यादातर गर्दन और पेट पर देखे जाते है। टाइफाइड का इन्क्यूबेशन पीरियड 10 से 14 दिन है। मतलब टाइफाइड से संक्रमित होने के 10 से 14 दिन बाद आपको लक्षण दिखेंगें। 

बुखार और चकत्तों के अलावा, टाइफाइड के यह लक्षण हो सकते है:

 

टाइफाइड बुखार की जटिलताएँ क्या हो सकती है?

टाइफाइड की जटिलताएँ बहुत ही कम मामलों में देखी गयी है। इसकी सबसे गंभीर जटिलता है आंतों से खून बहना। यह संक्रमण के तीसरे हफ्ते में विकसित हो सकती है जिसमें छोटी और बड़ी आंत में छेद बन जाते है। इसके कारण आंतो की सामग्री एब्डोमिनल कैविटी में बहने लगती है। ऐसा होने पर आपको पेट में दर्द, मतली, उलटी और रक्तप्रवाह संक्रमण जैसे लक्षण दिख सकते है। यह स्तिथि टाइफाइड बुखार को घातक बना सकती है। 

इसके आलावा टाइफाइड की यह जटिलताएँ भी हो सकती है:

  • दिल की सूजन 
  • न्यूमोनिया
  • पैंक्रियाटाइटिस
  • किडनी में संक्रमण 
  • दिमाग और रीढ़ की हड्डी के मेम्ब्रेन और तरल पदार्थ में संक्रमण 
  • मनोरोग संबंधी समस्याएं

 

टाइफाइड बुखार का निदान और उपचार कैसे किया जाता है?

टाइफाइड बुखार का निदान टाइफाइड टेस्ट से किया जा सकता है जो आपके शरीर में बैक्टीरिया की जाँच करता है। साथ ही आप बुखार और पेट की जांच भी करवा सकते है ताकि यह पता चल जाये कि आपके लक्षणों की वजह कोई और बीमारी तो नहीं। 

और जहाँ तक उपचार की बात है, टाइफाइड के लिए एंटीबायोटिक चिकित्सा सबसे लाभदायक है। लेकिन ध्यान रखें कि टाइफाइड में आपको अपनी मर्ज़ी से कोई दवाएं नहीं लेनी चाहिए क्योंकि उनके हानिकारक साइड इफेक्ट्स हो सकते है। 

 

क्या टाइफाइड का टीका है?

टाइफाइड से बचने के लिए वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन इन टीको की सिफारिश देता है:

  • 6 महीने के बच्चों से लेकर 45 साल से बड़ों के लिए इंजेक्टेबल टाइफाइड कोंजूगेट वैक्सीन (TVC) 
  • 2 साल की उम्र के उप्पर सभी के लिए इंजेक्टेबल टाइफाइड पॉलीसैकराइड वैक्सीन्स 
  • 6 साल की उम्र के उप्पर सभी के लिए कैप्सूल के रूप में ओरल लाइव अत्तेनुएटेड  वैक्सीन 

हालाँकि हो सकता है कि यह वैक्सीन 100% प्रभावी न हो या समय के साथ इसका प्रभाव कम हो जाए इसलिए आपको इसके प्रभाव को बनाए रखने के लिए बार बार वैक्सीन लगवानी पड़ सकती है।

 

Typhoid prevention - Healthians

टाइफाइड से कैसे बचें?

क्योंकि टाइफाइड वैक्सीन बहुत प्रभावी नहीं है, आपको इससे बचने के तरीके अपनाने की ज़रूरत है। सबसे पहली चीज़ जो आप कर सकते है वो यह की कही घूमने जाने से पहले उस जगह के बार में जाने और देखे की क्या वहाँ टाइफाइड आम बीमारी है। अगर हाँ, तो वहाँ जाने से पहले वैक्सीन लगवाएँ। 

इसके साथ साथ आपको इन तरीको का भी पालन करना चाहिए:

  • नल से पानी न पिए। 
  • हमेशा बोतलबंद पानी ही खरीदें। 
  • अगर पानी बोतलबंद नहीं है तो उसे पीने से पहले 1 मिनट तक अच्छे से उबालें। 
  • अपने हाथ अच्छे से बार बार धोएं। 
  • गंदे हाथों से अपने चेहरे को न छुएँ। 
  • बीमार लोगों से दूरी बना कर रखें। 

 

क्या टाइफाइड बुखार के ठीक होने के बाद देख-भाल की ज़रूरत है?

टाइफाइड का खतरा उसके लक्षणों के जाने के साथ ख़तम नहीं होता है। अगर आप टाइफाइड से उबार रहे है तो आपको शायद लक्षणों से तो रहत मिल जाए लेकिन इसके बाद भी 3 महीने से लेकर कुछ सालों तक बैक्टीरिया आपके शरीर में रह सकता है जिससे दूसरों को खतरा बना रहता है। इसलिए टाइफाइड बुखार ठीक होने के बाद भी देख-भाल से सख्त ज़रूरत है। 

  • अपना निर्धारित एंटीबायोटिक कोर्स पूरा करें।
  • पर्सनल हाइजीन का पालन करें। 
  • अगर आप बीमार है तो लोगों से दूरी बना कर रखें। 
  • बिना हाथ धोएं खाने को न छुएँ। 
  • जब तक डॉक्टर की मंज़ूरी न मिले सामाजिक समारोह में शामिल न हों।
  • पर्सनल केयर इक्विपमेंट्स किसी के साथ न बाटें। 

अगर आपको लगता है की आपको टाइफाइड का खतरा है तो आप टाइफाइड टेस्ट करवा कर और डॉक्टर की सलहा लेकर इसका सही निदान कर सकते है। 

 

क्या आपको टाइफाइड का खतरा है? आज ही जांच करवाएँ  
 (इस आर्टिकल को इंग्लिश में पढ़ें)