बालों का झड़ना इतना आम हैं कि हम में से अधिकतर लोग अपने जीवन में कम से कम एक बार इस बिमारी से गुज़रते हैं। दिन में लगभग 100 बाल गिरना सामान्य माना जाता है क्योंकि यह हेयर ग्रोथ साईकल का एक हिस्सा है। लेकिन बालो का इससे अधिक झड़ना चिंता की बिषय हो सकता है। ज्यादातर मामलों में कुछ मेड़िकल और इमोशनल वजहों की कारण बाल झड़ते हैं। लेकिन कभी-कभी एलोपेसिया बिमारी भी वजह बन सकती है। इसलिए एलोपेसिया बीमारी के बारे में कुछ बातें आपको जान लेनी चाहिए।
एलोपेसिया क्या है?
एलोपेसिया बालों के झड़ने के लिए एक मेडिकल टर्म है। वास्तव में, यह डायबिटीज़, आर्थराइटिस और थयरॉइडिटिस जैसी ऑटोइम्यून बिमारियों से भी अधिक सामान्य ऑटोइम्यून बीमारी है।
एलोपेसिया मेल या फीमेल पैटर्न हेयरलॉस की तरह नहीं है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें बाल छोटे छोटे हिस्सों में गिरने लगते है जो कई बार नज़रअंदाज़ हो जाते है। रातों रात बालो का इस तरह से हिस्सों में गिरना एलोपेसिया का एक बड़ा लक्षण है। इसमें आपके बाल सिर्फ आपके सर से ही नहीं बल्कि आइब्रो, आईलैश और अन्य अंगों से भी झड़ सकते है।
एलोपेसिया आपके सारे बाल झड़ने का कारण बन सकता है। इस स्तिथि को एलोपेसिया यूनिवर्सलिस कहा जाता है। यह आपके बालों को फिर से बढ़ने से भी रोक सकती है। और अगर बाल वापस बढ़ते हैं, तो संभव है कि वे फिर से गिर जाएंगे। बाल कितने झड़ते है और कितने बढ़ते है यह हर व्यक्ति पर निर्भर करता है।
एलोपेसिया के कारण क्या हैं?
एलोपेसिया एक ऑटोइम्यून कंडीशन है। आम तौर पर हमारी इम्युनिटी कई वायरस से शरीर का बचाव करती है, लेकिन कभी-कभी अज्ञात कारणों की वजह से यह शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करना शुरू कर देती है। एलोपेसिया के मामले में हमारी इम्युनिटी बालों की कोशिकाओं पर हमला करती है। समय के साथ बालों की यह कोशिकाएँ छोटी हो जाती है और बाल बढ़ने रुक जाते है जिसकी वजह से वह झड़ने लगते है।
कुछ वैज्ञानिको का मनना है कि यह बीमारी जीन के कारण हो सकती है क्योंकि एलोपेसिया अक्सर उन लोगो में देखा गया जिनके परिवार के सदस्यों को डायबिटीज़ 1 और आर्थराइटिस जैसी ऑटोइम्यून बीमारियाँ पहले से होती है।
क्या एलोपेसिया का कोई इलाज है?
वैसे तो एलोपेसिया का कोई विशेष इलाज नहीं हैं, लेकिन बालों के झड़ने को कम करने या रोकने के लिए कुछ इलाज उपलब्ध है।
- कुछ स्टेरॉयड इंजेक्शन बालों की बढ़ने में मदद कर सकते हैं।
- स्टेरॉयड क्रीम, लोशन और शैंपू भी लाभदायक हो सकते है।
- ओरल सिस्टमिक स्टेरॉइड्स बालों की बढ़ने में मदद कर सकते है लेकिन उनका लम्बे समय तक उपयोग नुकसान पहुंचा सकता है।
- टोपिकल सेंसिटाइज़र का भी लम्बे समय से उपयोग किया जा रहा है।
- तनाव को कम करने से भी कुछ हद तक मदद मिल सकती है।
एलोपेसिया के साथ रहना कोई चुनौती से कम नहीं है क्योंकि एलोपेसिया का कोई स्पष्ट इलाज नहीं है। लेकिन शुरुआती जाँच और इलाज बालों का झड़ना कम कर सकती है।