लेखिका- सौम्या शताक्षी, सीनियर नूट्रिशनिस्ट
वजन का अचानक से बढ़ना या कम होना, कमज़ोरी और कई सारी परेशानियां थायरॉयड की बीमारी की सेंकतेक होती हैं। थायरॉयड शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है जो शरीर के तापमान और कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखती है। यह सर्केडियन रिदम के हिसाब से शरीर के दिन-रात के चक्र को व्यवस्थित रखना, हार्मोनल बैलेंस और पाचन क्रिया में भी सहायक होती है।
परन्तु तितली के आकार वाले थायरॉयड ग्लैंड अगर जरूरत से ज्यादा या कम सक्रिय हो जाये तो दोनों ही स्थितियों में परेशानी कि वजह बन जाती हैं। थायरॉयड की परेशानी दो प्रकार की होती हैं:
हाइपोथायरॉयडिज्म – जब थायरॉयड ग्लैंड पर्याप्त हार्मोन नहीं बना पाता हैं।
हाइपरथायरॉयडिज्म – जब थायरॉयड ग्लैंड ज़्यादा हॉर्मोन बनता हैं।
दोनों की तरह के थायरॉयड में अलग तरह के खान-पान की आवश्यकता होती हैं। इसलिए ज़रूरी सही जानकारी रखना और उसे उचित तरीके से अपनाना। आइयें हम मिलकर थायरॉयड की इस गुत्थी को सुलझाएं और जाने कि कैसे अपने जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने से थायरॉयड की परेशानी को नियंत्रित किया जा सकता हैं। नीचे कुछ ऐसे ही उपायें और खान-पान के तरीके दियें गायें हैं। इन्हें अपनाएं और स्वस्थ्य रहे।
थायरॉयड की बीमारी से लड़ने के लिए टिप्स- क्या खाएं, क्या न खाएं
भोजन हमारे सेहत बनाने या बिगाड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। इसलियें दवाईयों के साथ सही भोजन का सेवन करना भी बहुत ज़रूरी होता हैं। नीचे ऐसे ही कुछ उपायें दियें गायें हैं जो थायरॉयड की परेशानी को नियंत्रित करने और सेहतमंद रहने में सहायक हैं।
हाइपोथायरॉयडिज्म के लिये उचित खान-पान की सलाह
अगर आप हाइपोथायरॉयडिज्म की परेशानी से पीड़ित हैं तो नीचे दियें गायें उपायों को अपनाएं
ज़रूर उपानायें:
- दिनभर खूब सारा पानी पीने का प्रयास करें। पाने साथ पानी की बोतल लेके चलें और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
- अपने रोज़ के खाने में अंडा ज़रूर लें। अंडा अत्यंत सेहतवर्धक खूबियों से भरा होता हैं, इसे ज़रूर रोज़ के भोजन का भाग बनाएं।
- ज्यादा फाइबर वाला भोजन करने की कोशिश करें, यह दिल की सेहत सुधारने में भी मदद करता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और पाचन को भी सुधारता है।
- भोजन में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर खाद्य जैसे टमाटर, चेरी, स्क्वैश और शिमला मिर्च को शामिल करें।
- आयोडीनयुक्त खाद्य जैसे (केकड़ा और मछली आदि) या आयोडीन युक्त भोजन का यथासंभव प्रयोग करें।
- ओमेगा-3 वसीय अम्ल वाले खाद्य जैसे अलसी, चिया सीड्स, अखरोट और मछली आदि को प्रयोग करें, क्योंकि यह हार्मोन बैलेंस और थायरॉयड गतिविधियों के लिए जरूरी है।
- खाना पकाने में अन्य तेलों की जगह नारियल के तेल का प्रयोग करें। यह इम्युनिटी बढ़ाता है और शरीर में रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) की मात्रा भी नियंत्रित करता है।
- थायरॉयड को व्यवस्थित रखने की आपकी कुल रणनीति में नियमित व्यायाम की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- भोजन थोड़ा-थोड़ा खाएं, जो आपकी बुनियादी चयापचय दर (बेसल मेटाबोलिक रेट) को व्यवस्थित रखने में सहायक हो।
इनसे बचें :
- गोइट्रोजेनिक खाद्य जैसे ब्रोकली, फूलगोभी, बंदगोभी से बचें।
- सोया या उसे बानी हुयी चीज़ों का प्रयोग न करें।
- तले हुए और वसा वाले खाद्य जैसे मक्खन, घी, फुल क्रीम डेयरी उत्पाद, रेड मीट आदि को रोजाना के खाने में नहीं रखें।
- उच्च शकर वाले खाद्य जैसे चॉकलेट, मिठाइयों आदि से दूर रहें, क्योंकि हाइपोथायरॉयडिज्म शरीर के मेटाबॉलिज्म के धीमे होने का कारण बन सकता है और इससे डायबिटीज हो सकती है।
- प्रसंस्कृत पैकेटबंद खाद्य और फ्रोजन फूड का इस्तेमाल नहीं करें, क्योंकि इन सभी में सोडियम की अधिक मात्रा होती है, जिससे थायरॉयड की कार्यप्रणाली पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
- आलसी जीवनचर्या से बचें क्योंकि यह बीएमआर (बेसल मेटाबोलिक रेट) को धीमा कर देता है।
हाइपरथायरॉयडिज्म के लिये उचित खान-पान की सलाह
हाइपरथायरॉयडिज्म की परेशानी से पीड़ित होने पर यह ज़रूरी हैं की सेहत को लेकर सजग रहे और स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
ज़रूर उपानायें:
- दूध और उससे बानी हुयी चीज़ों का सेवन अवश्य करें।
- मछली, मशरुम और अंडे सेहत के लिये अत्यंत लाभकारी होते हैं और अपने रोज़ के खाने में अवश्य अपनाएं।
- ब्रोकोली, पत्ता गोभी, फूल गोभी शरीर में थायरॉयड की मात्रा को कम करता हैं। अतः इन्हें खाएं और थाइरोइड की मात्रा को नियंत्रित रखें।
- ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी आदि फल इम्युनिटी को बढातें हैं और सेहतमंद रहने में मदद करते हैं। इन्हें ज़रूर खाएं।
- अदरक भी बहुत लाभकारी होता हैं और सेहतमंद रहने में मदद करता हैं। खाने में ज़रूर मिलाएं।
इनसे बचें :
- प्रोसेस्ड और बाहर के खाने से बचें और उनका कम से कम सेवन करें।
- चीनी के सेवन कि मात्रा कम से कम रखें।
- नमक भी नियत्रित मात्रा में ही लें।
- शराब और सिगरेट से दूरी बनाकर रखें।
इन सभी उपायों को अपनायें और अपने जीवन का भाग बना लें। एक सेहतमंद जीवन की शुरुआत सेहत का सही ख्याल रखने और सही भोजन खाने से होती हैं। अगर हम सभी अपनी सेहत को लेकर थोड़े सजग हो जाएं और अपने रोजमर्या के जीवन को उसी तरह ढाल लें तो बहुत सारी बीमारियां और परेशानियों को दूर रख सकतें हैं। थायरॉयड को नियंत्रित रखने के लिए भी यही नियम हैं, सही इलाज के साथ-साथ खुद भी सेहत का ख्याल रखें।