Contributed by – Healthians Team
आपके पेट, आंत, अंतड़ी और उदर के स्वास्थ से मिलकर आपका गट स्वास्थ्य बनता है। आपका गट स्वास्थय आपके सम्पूर्ण स्वास्थय को प्रभावित करता है। यह आपके दिमागी स्वास्थय से लेकर आपकी मनोदशा को भी नियंत्रित करता है। क्यूंकि 90% सेरोटोनिन गट में उत्पन्न होता है इसलिए गट स्वास्थ्य आपकी ख़ुशी पर भी असर डाल सकता है। चूँकि हमारे स्वास्थ्य में हमारे आहार की सबसे बड़ी भूमिका होती है, इसलिए हम इस बारे में बात करेंगे कि एक स्वस्थ गट के लिए आपको क्या खाना चाहिए।
अस्वस्थ गट के लक्षण
इससे पहले की हम बात करें कि स्वस्थ गट के लिए आपको क्या खाना चाहिए, आइए जानते है की अस्वस्थ गट के लक्षण क्या है। इसकी मदद से आपको अपनी स्थिति का अंदाज़ा लगाने में आसानी होगी।
- खाना न पचना
- वजन में अस्पष्टीकृत परिवर्तन
- लगातार थकान
- नींद में खलल
- त्वचा की बीमारियाँ
- शुगर का अधिक सेवन
- पेट ख़राब रहना
- स्व-प्रतिरक्षित रोग
- बार-बार बीमार पड़ना
- जोड़ों में दर्द रहना
स्वस्थ गट के लिए खाना
विविध प्रकार के भोजन खाऐं
हमारी आंत में लगभग 40 ट्रिलियन बैक्टीरिया होते है जो सब मिलकर हमें बिमारियों से बचाते है, हमारे द्वारा खाए गए भोजन को पचाते हैं, आवश्यक पोषक तत्व बनाते हैं और डीएनए को आकार देते हैं। इनमें से प्रत्येक बैक्टीरिया की अपना अद्वितीय कार्य करने के लिए अलग-अलग आवश्यकताएं हैं। यदि आपके आहार में सीमित प्रकार के भोजन हैं, तो आप इन जीवाणुओं के पनपने के लिए अस्वास्थ्यकर वातावरण बना रहे हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके आहार में फलों और सब्जियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल हो।
आपने आहार में अधिक से अधिक किण्वित भोजन को शामिल करें
किण्वित भोजन जैसे दही, पनीर, चावल और दाल के घोल, किण्वित सोयाबीन और कांजी को जीवाणुओं द्वारा परिवर्तित किया जाता है। इनमें से बहुत सारे खाद्य पदार्थ लैक्टोबैसिली से भरपूर होते हैं। जिन लोगों की आंत में अच्छी मात्रा में लैक्टोबैसिली होती है, उनमें एंटरोबैक्टीरिया कम होता है, जो एक बीमारी पैदा करने वाला बैक्टीरिया है। ये खाद्य पदार्थ आपके आंतों के बैक्टीरिया को संशोधित कर सकते हैं और उन लोगों की मदद कर सकते हैं जो लैक्टोज असहिष्णु हैं। हालांकि फ्लैवोरेड दही से दूरी बनाए रखना ज़रूरी है क्यूंकि इसमें शुगर की मात्रा ज़्यादा होती है। बड़े पैमाने पर उत्पादित अचार आपके लिए स्वस्थ नहीं हैं क्योंकि प्राकृतिक किण्वन के बजाय, उनमें सिरका का उपयोग किया जाता है जो समान स्वास्थ्य लाभ प्रदान नहीं करता है।
साबुत अनाज खाएं
जौ और बाजरा जैसे अधिक से अधिक साबुत अनाज खाएं। इनमें गैर-सुपाच्य कार्ब्स होते हैं जो छोटी आंत द्वारा अवशोषित नहीं होते हैं। यह कार्ब्स बड़ी आंत तक पहुंचते हैं जहां अधिकांश आंत बैक्टीरिया रहते हैं। ये जीवाणु इन कार्ब्स को तोड़ देते हैं। यह बिफीडोबैक्टीरिया, लैक्टोबैसिली और बैक्टेरॉइड्स के विकास को बढ़ावा देता है। साबुत अनाज हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करते हैं।
ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो पॉलीफेनॉल्स से भरपूर हों
रेड वाइन, अंगूर की खाल, ग्रीन टी, बादाम, प्याज, ब्लूबेरी, कोको और डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल्स होते है। यह भी छोटी आंत में नहीं पचते हैं। बल्कि बड़ी आंत में पहुंच कर यहाँ के बैक्टीरिया द्वारा पचाए जाते है। वे बिफीडोबैक्टीरिया और लैक्टोबैसिली के विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। ये परिवर्तन आपको रक्तचाप, सूजन और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
पौध आधारित खाद्य पदार्थों से भरपूर आहार खाएं
ऐसा नहीं है की मांस खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है, लेकिन पौध आधारित खाने में अधिक फाइबर होता है जो गट के स्वास्थ के लिए अच्छा होता है। संतरे, सेब, पालक, ब्रोकोली, गाजर, सलाद, बादाम, सूरजमुखी के बीज और ऐसे कई और खाद्य पदार्थ फाइबर से भरपूर होते हैं। और चूंकि फाइबर आंत बैक्टीरिया द्वारा पच जाता है, इसलिए ये खाद्य पदार्थ आपके आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये खाद्य पदार्थ कोलेस्ट्रॉल, सूजन और वजन को कम कर सकते हैं।
दैनिक आदतें और गट का स्वास्थ
यदि आप एक स्वस्थ गट के उद्देश्य से अपने आहार में परिवर्तन कर रहे हैं, तो आप साथ ही इन आदतों को भी बदल सकते हैं।
तनाव को कम करें – तनाव स्वास्थ्य के बहुत सारे मुद्दों के लिए जिम्मेदार है, जिसमें आंत का स्वास्थ्य भी शामिल है। तनाव प्रबंधन विधियों को सीखना पेट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार हो सकता है।
अनावश्यक रूप से एंटीबायोटिक्स न लें – अनावश्यक रूप से एंटीबायोटिक्स लेने से आंत के स्वास्थय पर प्रभाव पड़ता है। आंत की कई प्रजातियां उपयोग के 6 महीने बाद भी पुनर्जीवित नहीं होती हैं। तो, एंटीबायोटिक्स को अपनी दैनिक आदत न बनाएं।
नियमित रूप से व्यायाम करें – व्यायाम आपके वजन और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में आपकी मदद करता है। यह अच्छे आंत बैक्टीरिया के लिए एक उपयुक्त वातावरण बनाता है, जो बदले में आपको स्वस्थ आंत देता है।
पर्याप्त नींद लें – अनियमित नींद की आदतें आपके पेट के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह सूजन के जोखिम को बढ़ा सकता है। नींद की नियमित दिनचर्या बनाए रखने से न केवल आपको पेट की अच्छी सेहत हासिल करने में मदद मिलेगी बल्कि आपका मूड भी सुधरेगा।
धूम्रपान छोड़ें – धूम्रपान करने से खराब आंत बैक्टीरियाबढ़ता है जिससे आपके पेट के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है और आपको कई बीमारियों का खतरा होता है। इसके अलावा, धूम्रपान आपके दिल और फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है।