Contributed by – Healthians Team
हम सभी अपने जीवन के औसतन 40 वर्ष काम करते हुए बिताते है। और इन 40 वर्ष की जीवनशैली हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। कंपनियों ने इस बात को समझा है और वह अपने एम्प्लॉईज़ को बेहतर अनुभव देने के लिए लगातार काम कर रहीं हैं। हालाँकि इन वर्षों के दौरान अपनी सेहत बनाए रखने के लिए आपको खुद भी कुछ प्रयास करने की ज़रूरत है। आपकी मदद के लिए यहाँ 7 तरीके दिए गए है जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन के यह 40 वर्ष और आने वाले कई वर्षो को सेहतमंद बना सकते है।
खान-पान का ध्यान रखें
जो लोग अपनी ज़िन्दगी में सफल है उन सबका कहना है कि खान-पान में सुधार लाने से उनके शारीरिक स्वास्थ्य व मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आया। इसलिए अपनी सेहत को सुधारने के लिए खान-पान पर ध्यान देना अत्यंत ज़रूरी है। काम करते वक्त अगर आप चिप्स या बिस्किट्स खाते रहते है या सुबह का नाश्ता जल्द-बाज़ी में छोड़ देते है तो आपको अपनी यह आदतें जल्द ही बदलने की ज़रूरत है। काम करते वक्त अगर आपको भूक लगती है तो आप अपने साथ ताज़े फल या ड्राई फ्रूट्स रख सकते है। यह आपको पोषण भी देंगे और आपका पेट भी भरेंगें। सुबह का नाश्ता दिन का सबसे ज़रूरी भोजन होता है और आपको दिन भर चुस्त रहने में भी मदद करता है। अगर आप लंच बाहर से आर्डर करते है तो कुछ स्वस्थ आर्डर करें। इन आदतों को बदल कर आप ओबेसिटी जैसे रोग से भी बचेंगें।
सेहत के प्रति सतर्क लोगों के साथ घूमें
आपके माता-पिता ने आपको कभी न कभी यह सलहा ज़रूरी दी होगी कि हमेशा अपने दोस्तों को समझदारी से चुने। ऐसा इसलिए क्यूंकि जिन लोगों के साथ आप समय बिताते है आप धीरे-धीरे उनकी आदतों को दोहराने लगते है। ऑफिस में भी आप कई लोगो के साथ घुलते-मिलते है और उनकी जीवनशैली आप पर प्रभाव डालती है। इसलिए ध्यान रखें कि आप उन्ही लोगो के साथ रहे जो अपनी सेहत को लेकर सतर्क हो और स्वस्थ जीवन शैली का पालन करते हो। ऐसे लोग आपको भी सेहतमंद बने रहने के लिए प्रेरित करेंगे।
अपना पोस्चर सुधारें
अगर आप लम्बे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठते हैं तो आपको टेंशन नेक सिंड्रोम और कार्पल टनल सिंड्रोम का खतरा हो सकता है। दिन भर एक ही स्थिति में बैठने से मांसपेशियों में दर्द और अकड़न हो सकती है। इसलिए थोड़ी-थोड़ी देर में उठ कर थोड़ा टहल लेना चाहिए। हालाँकि आपको यह भी ध्यान देना है कि आपका पोस्चर हर समय सही हो। एक अच्छा पोस्चर न सिर्फ आपके जोड़ो को स्वस्थ रखता है बल्कि आपको सकारात्मक दिखने में भी मदद करता है। अगर आपको सुनिश्चित करना चाहते है कि बैठते समय और खड़े होते समय सही पोस्चर क्या होना चाहिए तो यह आप यहाँ पढ़ सकते है।
स्वच्छता बनाए रखें
हो सकता है कि आप सेहतमंद रहने के लिए सभी सलाहों का पालन कर रहे हो। लेकिन अगर आपके आस पास कीटाणु है तो आपको बीमारियों का खतरा हो सकता है। कॉफ़ी मशीन से लेकर दरवाज़ों तक, कीटाणु हर जगह होते है। इसलिए ऐसी चीज़ों को छूते समय टिशु पेपर का इस्तमाल करें। हमेशा हैंड सैनिटाइज़र को अपने पास रखें। इस बात का भी ध्यान रखें की आपका डेस्क साफ़ हो। इसलिए रोज़ सुबह आकर काम शुरू करने से पहले अपनी डेस्क को अच्छे से साफ़ करें। साथ ही जो लोग बीमार है उन लोगों से संपर्क कम रखें।
छोटे ब्रेक लें
पूरा दिन कंप्यूटर से सामने एक कुर्सी पर बैठे रहने से आप अलसी बन सकते है और साथ ही मोटापे के शिकार भी हो सकते है। इसकी वजह से आपको स्ट्रोक, फैटी लिवर, इनफर्टिलिटी और यहां तक कि कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसके अलावा लंबे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन को देखने से आपकी आँखों पर भी ज़ोर पड़ सकता है। इन सब से बचने के लिए आप अपने काम के बीच छोटे छोटे ब्रेक ले सकते हैं। अपनी कुर्सी से उठ कर थोड़ा टहल सकते है। और अपनी आँखों पर पड़ रहे ज़ोर को कम करने के लिए आप आँखों की एक्सरसाइज कर सकते है। यह ब्रेक आपकी थकान को कम करेंगें और आपको अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करेंगें।
तनाव कम करें
तनाव से छुटकारा पाना मुश्किल है। लेकिन लम्बे समय तक तनाव मोटापे, अस्थमा, दिल की बिमारी और मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता है। तनाव को दूर करने के लिए प्रकृति के करीब कुछ समय बिताने की सलाह दी जाती है। इसके लिए आपको हमेशा लम्बी छुटियाँ लेकर पहाड़ो पर जाने की ज़रूरत नहीं है। आप अपना काम लेकर बालकनी या पार्क में बैठ सकते है। ऐसा कर आप धुप के फाएदे भी उठा पाएंगें और उससे जुड़ी बीमारियां जैसे की विटामिन डी की कमी से भी बच पाएँगे। दिन में थोड़ा समय इस तरह बिता कर आप तनाव कम कर पाएंगे जो आपको अपने काम पर ध्यान केंद्रीत करने में मदद करेगा।
पूरी नींद लें
एक अच्छी नींद की ज़रूरत इसलिए है क्यूंकि वह आपके दिमाग को काम करने के लिए सक्षम बनाती है। नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय संबंधी रोग जैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह आपके दिमाग के कार्यों को धीमा कर सकती है। इन बीमारियों से बचने के लिए सुनिश्चित करें की आपको हर दिन कम से कम 7 घंटे की नींद मिले। बेहतर होगा अगर आपकी दिनचर्या इस प्रकार हो जिसमें आपका रोज़ रात को सोने का और सुबह उठने का एक ही समय हो।