आप आमतौर पर कितने घंटे सोते हैं?
क्या आप रोज़ एक समय पर सोते और उठते है?
9 घंटे से ज़्यादा सोने के बाद आपको कैसा लगता है?
और जिस दिन आप 6 घंटे से कम सोते हैं उस दिन आपको कैसा लगता है?
जैसे जैसे आप इन सवालों के उत्तर देंगें, वैसे वैसे आप समझ जाएंगें कि आपके सोने की आदतें कैसी है। आप शायद जानते ही होंगे कि हर दिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेना ज़रूरी है। लेकिन रोज़मर्रा के काम के चलते हम सबसे ज़्यादा नींद को ही नज़रंदाज़ कर देते है। ऐसा कर हम सिर्फ अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा रहे है। नींद आपके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। इसलिए आपके लिए अच्छी नींद के फायदे समझना ज़रूरी है। आज हम यहाँ उन्हीं के बारे में बात करेंगें।
मानसिक स्वास्थ के लिए अच्छी नींद
नींद और मानसिक स्वास्थ के बीच का संबंध बहुत पेचीदा है। आप जानते ही होंगें की इंसोम्निया सबसे आम नींद की परेशानी है। दुनिया की लगभग 33% आबादी इससे जूझ रही है। लेकिन क्या आप जानते है की न सिर्फ क्रोनिक इंसोम्निया, बल्कि कभी कभी नींद न आना भी मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता है। शुरुआत में शोधकर्ताओं ने नींद की परेशानियों को मानसिक बीमारी के लक्षण की तरह देखा। लेकिन बाद में पता चला कि नींद की परेशानियाँ मानसिक बीमारियों की वजह बन सकती है और अगर पहले से ही कोई मानसिक बीमारी हो तो नींद की परेशानियों के कारण वो और बदत्तर हो सकती है। इसलिए अगर आप अपनी नींद की आदतें सुधारते हैं तो आप मानसिक बीमारियों के खतरे को कम करेंगे और अगर पहले से ही किसी तरह की मानसिक बीमारी से जूझ रहे है तो उसके लक्षणों में आराम मिलेगा।
दिल का स्वास्थ
नींद दिल के स्वास्थ के साथ इसलिए जुड़ी है क्योंकि जब आप सोते है तब आपका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। अगर आप पूरी नींद नहीं लेंगें तो आपका ब्लड प्रेशर लम्बे समय तक हाई रहेगा जिसके कारण आपकी आर्टरीज़ ख़राब हो सकती है और स्ट्रोक, हार्ट फेलियर और हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ सकता है।
डायबिटीज़ मैनेज करने के लिए अच्छी नींद
डायबिटीज़ और नींद की परेशानियाँ अक्सर साथ में देखि जाती है। डायबिटीज़ के कारण आपको नींद आने में मुश्किल हो सकती है या फिर नींद की परेशानियों के कारण डायबिटीज़ होने का खतरा बढ़ सकता है। नींद की कमी के कारण आप थकान महसूस करेंगें। ऐसे में थकान दूर करने के लिए लोगो की पहली पसंद शुगर वाली खाने की चीज़े होती है जो ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देती है।
चमकती त्वचा
नींद का असर आपके चेहरे पर दिखता है। युवाओं को अक्सर 7 से 9 घंटे सोने की सलहा दी जाती है। इससे कम नींद लेने के कारण झूरियाँ हो सकती है, त्वचा ढीली पड़ सकती है और आखों के नीचे काले घेरे हो सकते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नींद के दौरान आपका शरीर ऑर्गन्स और टिश्यूज़ की ज़रूरते पूरी करता है। नींद पूरी न होने की वजह से इस पर प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही नींद की कमी के कारण तनाव पैदा करने वाला हॉर्मोन बढ़ जाता है जिसके कारण त्वचा की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
सवस्थ प्रेगनेंसी
प्रेगनेंसी में शारीरिक और मानसिक चुनौतियां आती है जिनके कारण नींद आने में मुश्किल हो सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान अच्छी नींद इसलिए ज़रूरी है क्योंकि थकान और ख़राब मूड बच्चे के विकास में बाधा बन सकते है। साथ ही कम नींद के कारण दिल की बीमारियाँ, ओबेसिटी, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ का खतरा भी बढ़ सकता है। नींद में बदलाव आपको पहले ट्रिमेस्टर में ही दिखने लगेंगे। दूसरे ट्रिमेस्टर में आपको कुछ राहत मिल सकती है लेकिन तीसरा ट्रिमेस्टर नींद के मामले में सबसे मुश्किल साबित हो सकता है। इसलिए आपको प्रेगनेंसी के दौरान नींद की अच्छी आदत बनाए रखने के लिए लगातार मेहनत करनी होगी ताकि आप और आपका बच्चा स्वस्थ और खुश रहे।
वज़न घटाने के लिए अच्छी नींद
वज़न न कम कर पाना कई मायनो ने नींद की कमी से जुड़ा है। पहली बात, आपके शरीर को अधिक काम करने के लिए एनर्जी की ज़रूरत होती है जिसके लिए आप अधिक खाना खाएंगें। दूसरी बात, बिना एनर्जी के कारण आपका दिमाग शायद सही फैसले न ले पाए। और आखरी बात, नींद की कमी के कारण मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है। यह सब देखते हुए और एनर्जी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए शरीर फैट को जलाने के बजाए जमा करने लगता है।
स्वस्थ इम्युनिटी
आपने ज़रूर कही पढ़ा या सुना होगा कि जो लोग कम सोते है वह ज़्यादा बीमार पड़ते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब आप सोते है तो आपका शरीर एक तरह का प्रोटीन बनाता है जो इम्युनिटी को बढ़ाता है और बिमारियों से लड़ने में मदद करता है। पर नींद की कमी के कारण यह प्रोटीन नहीं बन पाता है और आपको बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
अच्छी नींद स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए ज़रूरी है। इसलिए नींद की अच्छी आदतें बनाए और अपना जीवन सुधारें।