Contributed by – Healthians Team
कामकाजी लोग अपने दिन का अधिकतम हिस्सा कंप्यूटर के सामने बैठे हुए निकाल देते है। सारा दिन एक ही कुर्सी पर बैठे रहने से न सिर्फ हम अलसी बनते है बल्कि बहुत सी बीमारियों को भी आमंत्रित करते है। हमें बाहरी और अंदरूनी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यह भी कोई राज़ नहीं की दिन में थोड़ा समय निकलकर व्यायाम करने से हम कई बीमारियों से बच सकते है लेकिन कामकाजी लोगो के लिए इतना समय निकलना भी नामुमकिन सा हो जाता है। तो क्या किया जाये की अपने काम के साथ हम अपनी स्वस्थ का भी ख्याल रख सकें? जानिए अपने कामकाजी जीवन को सेहतमंद बनाने के 5 तरीके
स्वस्थ भोजन खाये
हम अक्सर जलद-बाज़ी में अपने खाने की ओर ध्यान नहीं देते है। नाश्ता, जोकि पुरे दिन का सबसे महतवपूर्ण भोजन होता है, उसे हम अक्सर छोड़ देते है। दोपहर के खाने में भी हम कई बार बाहर का खाना खा लेते है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इस लापरवाही के कारण हमारी सेहत को बड़ा नुकसान हो सकता है। खुद को स्वस्थ बनाये रखने के लिए अपने भोजन पर ध्यान देना शुरू करें। नाश्ते को छोड़ने की भूल न करे। सुबह जल्दी उठने की आदत डालें जिससे की आपके पास नाश्ता करने का समय हो और दोपहर का खाना भी पैक कर पाए। अपने डेस्क पर चिप्स की बजाए फल रखें ताकि भूक लगने पर आपके पास सेहतमंद खाना उपलब्ध हो। यह छोटे-छोटे बदलाव आपको अपनी सेहत में सुधर लेन में मदद करेंगे।
खूब पानी पिए
आप यह तो जानते ही होंगे की पानी के बिना हमारा जीवन मुमकिन है। अपने स्वास्थ को बनाये रखने के लिए हमे यह सुनिश्चित करना चाहिए की हम दिनभर में पर्याप्त पानी पी रहे है। यह हमरे शरीर से विषाक्त पदार्थो को निकलने में मदद करता है। इसलिए कम से कम हर दिन 8 गिलास पानी ज़रूर पिए। अपने डेस्क पर एक पानी की बोतल रखें और छोटे छोटे घूँट लेने के बजाये एक बार में एक गिलास पानी पीने की कोशिश करें। आप पानी के स्वाद को बढ़ने के लिए उसमें ताज़े फल काट कर दाल सकते है। आप अपनी दिन भर की पानी की ज़रूरत को पूरा करने के लिए पानी वाले फल जैसे की तरबूज़ और खीरा भी खा सकते है।
शारीरिक गतिविधि बनाये रखें
सारा दिन एक ही कुर्सी पर बैठे रहने से हम अलसी हो जाते है। और काम के लम्बे घंटो के कारण वयायाम करने का समय निकलने भी मुश्किल हो जाता है। इस कारण हमारे उपर कई बीमारियों का खतरा मंडराता है। लेकिन दिनचर्या में कुछ छोटे-छोटे बदलाव व्यायाम न कर पाने की कमी को कुछ हद तक कम कर सकते है। लिफ्ट की बजाये सीढ़ियों का उपयोग करें। भोजन करने के बाद एकदम न बैठे और थोड़ा टहल लें। फ़ोन पर बात करते समय या अगर आपनो सहकर्मी के साथ मीटिंग करनी है तो ऐसा घुमते हुए करें। छोटे-छोटे ब्रेक लेकर भी आप अपने दफ्तर के अंदर ही थोड़ा टहल सकते है। ऐसा कुछ नहीं जो मुमकिन नहीं। अपने दिन में से कम से कम 20 से 30 मिनट निकले और हल्का-फुल्का व्यायाम ही करे। ज़रूरी नहीं की आप यह करने की लिए जिम जाये। आप यह अपने घर पर भी कर सकते है। अगर आप अपने जीवन में यह बदलाव लाते है तो आपको इसका परिणाम ज़रूर दिखेगा।
अपने आसन पर ध्यान दें
दिनभर कंप्यूटर पर काम करने के कारण हमारी गर्दन झुक जाती है और रीढ़ की हड्डी भी कमज़ोर हो जाती है। कलाईयों में भी दर्द हो सकता है। टेंशन नैक सिंड्रोम, स्पॉन्डिलाइटिस और कार्पल टनल सिंड्रोम कुछ आम बीमारियां है जो ख़राब आसान के कारण होती हैं। इससे बचने के लिए हमेशा अपने बैठने के तरीके पर ध्यान दे। अपनी पीठ और गर्दन को सीधा रखें। पैरों को मोड़ न बैठे। ऐसे व्यायाम जिनको आप अपनी कुर्सी पर बैठकर कर सकते है उनको सीखें। यह आदतें आपको रीढ़ की हड्डी को मज़बूत बनाये रखने और मांसपेशियों में खिचाव से बचाव करने में मदद करेंगी।
तनाव से बचाव
कुछ प्रोजेक्ट्स, समय सीमा और ग्राहक तनाव का कारण बन सकते है। हालांकि तनाव हमेें काम करने में मदद भी करता है लेकिन अगर यह ज़रूरत से ज़्यादा हो जाये तो कई बिमारियों का कारण भी बन सकता है। सिरदर्द, बदन दर्द, भूक कम या ज़्यादा लगना, नींद न आना – ये सभी तनाव के लक्षण है। समय रहते इन लक्षणों को पहचाने और इनमें सुधार लाने की कोशिश करें। छुट्टियों पर जाये, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताये और अपने शौक के लिए समय निकले। व्यायाम भी आपको अच्छा महसूस करने में मदद कर सकता है। ऐसे कोई भी कार्य जो आपको खुशी देते है उनमें हिस्सा लें। आपको तनाव से ज़रूर छुट्टी मिलेगी।
आपके काम के घंटे आपके दिन के सबसे सक्रिय घंटे हैं और वे आपके जीवन का एक बड़ा हिस्सा बनते हैं। अपने जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए इन घंटों में बहुत कुछ किया जा सकता है। आपके शेड्यूल में थोड़ा सा संशोधन आपको शारीरिक व् मानसिक रूप से सेहतमंद बना सकता है। अपने स्वास्थ्य को बढ़ाने और अपने दिन को अधिक उत्पादक बनाने के लिए इन सरल तरीकों को अपनाए।
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